ओहो मसीह आया ज़मीन पर,
खुशी होती है सारे आसमान ।
आसमान आसमान आसमान आसमान आसमान
अपने गल्लों की करते रखवाली,
गड़रिये बारी-बारी हो जैसे पासबान।
पासबान पासबान पासबान पासबान पासबान
उन पे चमका उजियाला बड़ावाला,
कि जिससे हुआ रोशन तमाम वह मैदान।
वह मैदान वह मैदान वह मैदान वह मैदान वह मैदान
एक लश्कर तब आया आसमानी,
सुनायी स्वर्गीय बानी बहुत ही खुश इलहान।
खुश इलहान खुश इलहान खुश इलहान खुश इलहान खुश इलहान
रब्ब की, ऊपर बड़ाई, नीचे सुलह सलामती,
तो मिन्नत हों राज़ी सब इन्सान ।
सब इन्सान सब इन्सान सब इन्सान सब इन्सान सब इन्सान